स्वच्छता पखवाड़ा: छात्राओं ने चित्रकला से दर्शाया विकसित भारत का सपना, बच्चों को सिखाया हाथ धोने का सही तरीका।

सिंगरौली। “स्वच्छ हाथ, स्वस्थ जीवन” और “विकसित भारत – हमारा संकल्प” जैसे संदेश अब सिर्फ नारों तक सीमित नहीं रहे। सिंगरौली जिले के विद्यालयों में चल रहे सेवा पखवाड़े के तहत यह विचार बच्चों की सोच और कला का हिस्सा बन गए हैं।
कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चल रहे सेवा पखवाड़े में जिले भर में स्वच्छता को लेकर एक नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। शासकीय पाठशाला विंदुल में विद्यार्थियों को हाथ धोने के सही तरीके की जानकारी दी गई। शिक्षकों ने बताया कि हाथ धोना केवल एक आदत नहीं, बल्कि बीमारियों से बचाव की पहली और सबसे जरूरी कड़ी है। बच्चों ने खुद हाथ धोकर सीखा कि कैसे साबुन के झाग से 20 सेकंड तक रगड़ना, उंगलियों के बीच और नाखूनों के नीचे सफाई करना जरूरी है।
दूसरी ओर, शासकीय हाई स्कूल ढोगा में छात्राओं ने अपनी कल्पना के रंगों से “विकसित भारत” का सपना साकार किया। चित्रों में कहीं डिजिटल इंडिया की झलक थी, तो कहीं स्वच्छ और हरा-भरा गांव। कहीं बेटियों की शिक्षा को केंद्र में रखा गया, तो कहीं पर्यावरण संरक्षण को। यह नन्हे कलाकारों की बड़ी सोच को दर्शाता है।
सेवा पखवाड़े के इस अभियान ने बच्चों को स्वच्छता, स्वास्थ्य और विकास के महत्व से न सिर्फ परिचित कराया, बल्कि उन्हें सक्रिय भागीदार भी बनाया। शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इन गतिविधियों से साफ है कि आने वाला भारत जागरूक और जिम्मेदार हाथों में है।





